हजरत अय्यूब अलैहिस्सलाम का इम्तिहान कैसा था


सवाल- हजरत अय्यूब अलैहिस्सलाम का इम्तिहान कैसा था? 

जवाब- अल्लाह तआला ने पहले आपको हर तरह की नेमतें अता की थीं सूरत की खूबसूरती भी ज्यादा औलाद भी और माल भी बहुत ज़्यादा मगर औलाद मकान के गिरने से दबकर ख़त्म हो गई तमाम जानवर जिनमें हजारों ऊँट ओर बकरियां थीं बीमार होकर खत्म हो गऐ। इसी तरह तमाम खेतियाँ और बाग़ात भी तबाह हो गऐ कुछ भी बाक़ी न रहा फिर आप बीमार पड़े तमाम बदन में आबले पड़ गऐ और आपका जिस्म शरीफ ज़ख्मों से भर गया सब लोगों ने आपका साथ छोड़ दिया सिर्फ आपकी बीबी साहिबा आपके साथ रहीं और वही खिदमत करती रहीं सालों साल यही हालत रही फिर अल्लाह तआला ने आपकी दुआ क़बूल फरमाई और सारी तकलीफ़े दूर फरमा दीं यहाँ तक कि तमाम औलाद को ज़िंदा फरमा दिया और इतनी ही औलाद और इनायत की यही आपका इम्तेहान था।

(सावी जिल्द 3 सफ़्हा 72/ख़जाइन सफ़्हा 476)

सवाल- हजरत मूसा अलैहिस्सलाम को किस दिन उनकी माँ ने दरया में डाला? 

जवाब- जुमे के दिन।

(हयातुल हैवान जिल्द 2 सफ़्हा 26)

सवाल- आपकी माँ ने जिस सन्दूक में बन्द करके आपको दरया में डाला था वह सन्दूक कितने दिन पानी में बहकर फिरऔन के महल तक पहुँचा? 

जवाब- तीन दिन में।

(नुजहतुल मजालिस जिल्द 2 सफ़्हा 419)

सवाल- हजरत मूसा अलैहिस्सलाम की जुबान में लुकनत क़ब पैदा हुई? 

जवाब- जब आप की उम्र तीन साल की थी तो फिरऔर एक दिन गोद में आपको खिला रहा था कि अचानक आपने उसके चहरे पर थप्पड़ मार दिया जिससे फिरऔन घबरा गया कि शायद यह वही बच्चा है जो मेरी हुकूमत को बर्बाद कर देगा फिरऔन ने आपको कत्ल करना चाहा लेकिन फिरऔन की बीवी आसिया ने यह कहकर टाल दिया कि अभी बच्चा है उसमें अक़ल व शऊर कहाँ है हजरत आसिया ने फिरऔन की तसल्ली के लिए एक तरफ़ आग का तबक़ रखा और दूसरी तरफ़ हीरे और जवाहरात का तबक़ रखा फिरऔन से कहा देख अगर इस बच्चे में अक़्ल व शऊर होगा तो अपना हाथ हीरे-जवाहरात की तरह बढ़ाऐगा वरना आग की तरफ़ हजरत मूसा अलैहिस्सलाम ने अपना हाथ हीरे जवाहरात की तरफ बढ़ाना चाहा लेकिन हजरत जिब्राईल अलैहिस्सलाम ने आपका हाथ पकड़कर आग मे डाल दिया और आपने उसमें से एक अंगारा उठाकर अपने मुँह में रख लिया जिससे आपकी जुबान जल गई और उसी दिन से आपकी जुबान में लुकनत पैदा हो गई।

(तफसीर अज़ीज़ी सूरऐ बक़र सफ़्हा 201/ख़ाज़िन जिल्द 4 सफ़्हा 217)

सवाल- हजरत मूसा अलैहिस्सलाम फिरऔन के घर कितने दिन रहे?

जवाब- 30 साल।

(ख़ाज़िन व मआलिम जिल्द 5 सफ़्हा 137/तफसीर अज़ीज़ी सूरऐ बक़र पेज 203)

सवाल- हजरत मूसा अलैहिस्सलाम का मुकाबला कितने जादूगरों से हुआ था? 

जवाब- 80 हज़ार जादूगरों से हुआ था।

(सावी जिल्द 3 सफ़्हा 79)

सवाल- क्या सब जादूगर आप पर ईमान ले आऐ थे? 

जवाब- हाँ सब के सब ईमान ले आऐ थे।

(तफसीर नईमी पारा 11 सफ़्हा 465)

सवाल- अल्लाह तआला ने हजरत मूसा अलैहिस्सलाम से तूर पहाड़ पर किस दिन बात चीत फरमाई? 

जवाब- बकरा ईद की नौ तारीख को जुमे रात के के दिन।

(सावी जिल्द 2 सफ़्हा 84)

सवाल हजरत मूसा अलैहिस्सलाम और हजरत याकूब अलैहिस्सलाम के दरमीयान कितने साल का फासला था? 

जवाब- चार सौ साल का।

(सावी जिल्द 1 सफ़्हा 28)

सवाल हजरत हारून अलैहिस्सलाम हजरत मूसा अलैहिस्सलाम से कितने साल बड़े थे? 

जवाब- चार साल।

(जुमल जिल्द 3 सफ़्हा 67)

सवाल- हजरत दाऊद अलैहिस्सलाम ने कितने साल हुकूमत की?

जवाब- 40 साल।

(अलबिदाया वन्निहाया जिल्द 2 सफ़्हा 16)

सवाल- हजरत दाऊद अलैहिस्सलाम जुबूर मुकद्दस कितनी आवाजों में पढ़ा करते थे? 

जवाब- सत्तर आवाजों में पढ़ा करते थे।

(अलबिदाया वन्निहाया जिल्द 2 सफ़्हा 16)

सवाल- हजरत आदम अलैहिस्सलाम ने हजरत दाऊद अलैहिस्सलाम को अपनी उम्र में से कितने साल अता किये थे? 

जवाब- 40 साल और कुछ के नजदीक 60 साल।

(अलबिदाया वन्निहाया जिल्द 1 सफ़्हा 87-88)

कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश

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