हमल रोकने वाली दवाओं का इस्तेमाल करना कैसा


सवाल निरोध, (Condom) और कापर्टी जो औरतें लगवा लेती हैं ताकि हमल न ठहरे, (यानी गर्भवती ना हो) तो क्या यह दुरुस्त है

अल जवाब वक़्ती तौर पर इस्तिक़रारे हमल यानी विलादत को रोकने के लिए निरोध और कंडोम का इस्तेमाल या चार पांच साल तक हमल को रोकने के लिए औरतों को (copper-T) कोपर्टी (एक दवा है जो तीन साल पांच साल तक इस्तिक़रारे हमल को रोक देती है) का इस्तेमाल करना या कोई और तरीक़ा इख़्तियार करना जाइज़ है

हदीस शरीफ़ में है

हजरत जाबिर रज़िअल्लाहू तआला अन्ह इस हदीस (शरीफ़) को रिवायत करते हुए फ़रमाते हैं

तर्जमा----- हम नबी करीम सल्लल्लाहू तआला अलैही वसल्लम के दौरे मुबारक ही मैं अज़्ल कर रहे थे, हालांकि उस वक़्त क़ुरान (मजीद) का नुज़ूल हो रहा था

📚 मुस्लिम शरीफ़ जिल्द 1, सफ़ह 465)

📗 तहत़ावी बाबुल अज़्ल, जिल्द 2 सफ़ह 22)

और इसी मुस्लिम शरीफ़ की एक और हदीस आप रज़िअल्लाहू तआला अन्ह ही से मरवी है

तर्जमा----- तो नबी करीम सल्लल्लाहू तआला अलैही वसल्लम को उसके मुताल्लिक़ ख़बर पहुंची के हम अज़्ल करते हैं, लेकिन आपने हमको इससे मना ना फ़रमाया

और एक रिवायत में है

हज़रत अबू सईद ख़ुदरी रज़िअल्लाहू तआला अन्ह रिवायत करते हैं

रिसालते माब सल्लल्लाहू तआला अलैही वसल्लम में एक आदमी आया और कहा या रसूलल्लाह मेरे पास एक बांदी है और मैं उससे अज़्ल करता हूं और मैं ना पसंद करता हूं कि वह हामिला (गर्भवती) हो और मुझे ऐसी ही ख़्वाहिश होती है जैसा के लोगों को होती है और यहूद कहते हैं कि यह मोद्त सुगरा (यानी छोटा जिंदा दर गोर करना) है तो रसूलल्लाह सल्लल्लाहू तआला अलैही वसल्लम ने फ़रमाया के यहूदी झूटे हैं, बेशक अल्लाह तआला जब चाहता है कि उसको पैदा करे तो तुम इस्तेताअत नहीं रखते कि उसको फेरो

📘 शरहे मआनीउल आसार, जिल्द 2 सफ़ह 20)

अल इन्तिबाह

इन मज़कूरा आहादीस से मालूम हो गया कि इस्तिक़रारे हमल को रोकने के लिए अज़्ल करना ख्वाह वह निरोध, कंडोम के ज़रिया हो या किसी और तरीक़ा से बिला शक जाइज़ है, हां मगर शौहर को चाहिए के बीवी से इजाज़त ले ले क्योंकि यह उसका हक़ है, बग़ैर इजाज़ते ज़ौजा के अज़्ल करना मकरूह है

इसी तरह औरतों को दवा वगैरह का इस्तेमाल करना भी जाइज़ है, अगर इस्तिक़रारे हमल को वक़्ती तौर पर रोकना मक़सद हो लेकिन दाईमी तौर पर मानेअ् इस्तिक़रारे हमल विलादत के लिए किसी भी चीज़ का इस्तेमाल करना हराम व नाजाइज है, (यानी हमल को रोकने के लिए नसबंदी कराना या ऐसी दवाई इस्तेमाल करना जिससे हमेशा के लिए हमल न ठहरे) नाजाइज़ व हराम है) यही हमारे फ़ुक़्हा के नज़दीक असह व ऊला है

📔 औरतों के जदीद और अहम मसाइल सफ़ह.133--134)

कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश

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