भूक व प्यास की वजह से हिलाक होने वाले के लिए क्या हुक्म है


सवाल अगर ख़ाना ना ख़ाया या अहले ख़ाना ने ना ख़िलाया और भूक व प्यास की वजह से हिलाक हो गया तो वह ख़ुद और घर वाले गुनाहगार होंगे या नहीं

अल जवाब अगर ख़ाना पानी वग़ैरह मौजूद है और ख़ाया पिया नहीं वह ख़ुद ख़ाने से आजिज़ है और घर वालों ने खिलाया पिलाया नहीं तो पहली सूरत में वह ख़ुद और दूसरी सूरत में अहले ख़ाना गुनाहगार होंगे जैसा कि आलमगीरी में है

اذا جاع و لم یا کل مع القدرة حتى مات حيث ياثم

📚 आलमगीरी जिल्द 5 सफ़ह 355)

और हुज़ूर सदरुश्शरिअह बदरुत्तरीक़ह अल्लामा अमजद अली आज़मी अलैहिर्रहमह फ़रमाते हैं

भूक प्यास में ख़ाने पीने की चीज़ दस्तियाब हो और ना ख़ाए पिये यहां तक कि मर जाए तो गुनाहगार है, कि यहां यक़ीनन मालूम है कि ख़ाने पीने से वह बात जाती रहेगी

📚 बहारे शरिअत जिल्द 3 सफ़ह 506)

📔 औरतों के जदीद और अहम मसाइल सफ़ह. 141)

कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश

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