औरत को मायके में पर्दा की ज़रूरत है या नहीं

 


सवाल औरत को मायके में पर्दा की ज़रूरत है या नहीं,

अल जवाब औरत मायके में हो या ससुराल में या और कहीं हर हाल में ग़ैर मेहरमों से पर्दा करना वाजिब है, और बेपर्दा निकलने से बचना लाज़िम है

अल्लाह तआला फ़रमाता है

तर्जुमा---- तुम सब अपने घरों में ठहरी रहो और बेपर्दा ना रहो अगली जाहिलयत की बेपर्दगी की तरह

📔 पारा 22, सूरहतुल अहज़ाब आयत 33)

और हदीस शरीफ़ में है हजरत अब्दुल्लाह बिन मसऊद रज़िअल्लाहू तआला अन्हुमा से रिवायत है कि नबी करीम सल्लल्लाहू तआला अलैही वसल्लम ने फरमाया औरत औरत है (पर्दा में रखने की चीज़ है) जब वह बाहर निकलती है तो शैतान उस औरत को घूरता है

📗 तिर्मीजी किताबुर्रिज़ा जिल्द 2 सफ़ह 356)

अल इन्तिबाह लेकिन आजकल उमूमन औरतें ससुराल में तो पर्दा करती हैं, लेकिन मायके में ज़रा भी पर्दा नहीं करतीं लिहाज़ा औरत को चाहिए कि ससुराल की तरह मायके में भी पर्दा करे, अगर ना करे तो वालिदैन और भाई वगैरह को चाहिए कि सख़्ती के साथ पर्दा करने की ताकीद करें, वरना गुनाहगार होंगे

📔 औरतों के जदीद और अहम मसाइल सफ़ह 72--73--74)

✍️कत्बा अल अबद ख़ाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रिज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्ला अलैहि बस स्टैंड किशनपुर यूपी

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