नमाज़े जनाज़ा का तरीका (हनफ़ी)


नमाज़े जनाज़ा का तरीका (ह-नफ़ी)


बालिग मर्द व औरत के जनाज़े की दुआ


اللَّهُمَّ اغْفِرْ لِحَيِّنَا وَمَيِّتِنَا وَشَاهِدِنَا وَغَائِبِنَا وَصَغِيْرِنَا وَكَبِيْرِنَا وَذَكَرِنَا وَأُنْثَانَا اللّٰهُمَّ مَنْ أَحْيَيْتَهُ مِنَّا فَأَحْيِهِ عَلَى الإِسْلاَمِ وَمَنْ تَوَفَّيْتَهُ مِنَّا فَتَوَفَّهُ عَلَى الإِيمَانِ


तर्जुमा: इलाही ! बख्श दे हमारे हर जिन्दा को और हमारे हर फौत शुदा को और हमारे हर हाज़िर को और हमारे हर गाइब को और हमारे हर छोटे को और हमारे हर बड़े को और हमारे हर मर्द को और हमारी हर औरत को।

 इलाही ! तू हम में से जिस को ज़िन्दा रखे तो उस को इस्लाम पर ज़िन्दा रख और हम में से जिस को मौत दे तो उस को ईमान पर मौत दे।

(अलमुस्तद्रक लिल हाकिम जि.1 स.684)


ना बालिग लड़के की दुआ


اَلّٰلهُمُ اجْعَلْهُ لَنَا فَرَطاً وَّاجْعَلْهُ لَنَا أَجْراً وَّذُخْراً وَّ اجْعَلْهُ لَنَا شَافِعاً وَّمُشَفَّعاً 

तर्जुमा: इलाही ! इस (लड़के) को हमारे लिये आगे पहुंच कर सामान करने वाला बना दे और इस को हमारे लिये अज्र (का मूजिब) और वक्त पर काम आने वाला बना दे और इस को हमारी सिफ़ारिश करने वाला बना दे और वोह जिस की सिफ़ारिश मन्जूर हो जाए।


ना बालिगा लड़की की दुआ 


اَلّٰلهُمُ اجْعَلْهَا لَنَا فَرَطاً وَّاجْعَلْهَا لَنَا أَجْراً وَّذُخْراً وَّ اجْعَلْهَا لَنَا شَافِعةً وَّمُشَفَّعةً


तर्जुमा: इलाही ! इस (लड़की) को हमारे लिये आगे पहुंच कर सामान करने वाली बना दे और इस को हमारे लिये अज्र (की मूजिब) और वक्त पर काम आने वाली बना दे और इस को हमारे लिये सिफ़ारिश करने वाली बना दे और वोह जिस की सिफ़ारिश मन्जूर हो जाए।


📚 नमाज़े जनाज़ा का तरीक़ा सफ़ा 09/10


✍🏻 अज़ क़लम 🌹 खाकसार ना चीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)

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