📱मोबाइल या फोन से फातिहा हो सकती है या नहीं ?

 ग्रुप रज़ा कमेटी सेमरबारी दुदही कुशीनगर

                        



सवाल


बादहू अर्ज़ है कि मोबाइल फोन से फातिहा करना करवाना जायज़ है या नहीं जवाब इनायत फरमाएं ?


साईल शब्बीर अहमद (बैर रूना)


जवाब 


औव्वलन यह बात आप याद रखें फातिहा ना फर्ज़ है ना वाजिब बल्कि एक मुस्तहब अम्र है


दूसरी बात यह कि फातिहा का मक़सद एसाले सवाब है इसके लिए इतना परेशान होने की ज़रूरत नहीं है कि मोबाइल से फातिहा करवाया जाए बल्कि बुज़ूर्गाने दीन का जो तरीक़ा हो उसको एख्तियार किया जाए ना की शरीयत को खिलौना बनाया जाए आज मोबाइल पर फातिहा करवाएं कल कुर्बानी और परसों अक़ीक़ा फिर दीन खिलौना बन कर रह जाएगा इसलिए बेहतर है कि जिनके घर में कोई आलिम ए दीन या तालिब ए इल्म या ऐसा शख्स मौजूद ना हो जो फातिहा पढ़ सके तो उसके घर में अगर कोई ऐसी औरत हो जो फातिहा पढ़ सके तो औरत ही फातिहा पढ़े क्योंकि फातिहा में चारो क़ुल सूरह फातिहा अलम पढ़ना वाजिब नहीं बल्कि जो चाहे पढ़ सकते हैं मसलन दो चार सूरह यह भी ना याद हो तो कलमा शरीफ दरूद शरीफ सुब्हान अल्लाह अल्हम्दु सौ पचास बार पढ़ के दुआ मांग लें


अलबत्ता अगर कोई शख्स मोबाइल फोन से फातिहा करे तो फातिहा हो जाएगा क्योंकि फातिहा एसाले साहब को ही कहते हैं और एसाले सवाब कहीं से भी मुर्दों को पहुंच जाती है


عن ســـعدبن عبـادہ قال یا رسول اللہ صلی اللہ علیہ وسلم ان ام سعد ماتت فائ الصدقتہ افضل قال الماء فحفر بئرا و قال ھذہ لام سعد رواہ ابواؤد و النسائی


तर्जुमा हज़रत सअद बिन अबादा रज़ि अल्लाहू अंहू से मरवी है कि उन्होंने रसूल सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम से अर्ज़ किया उम्मे सअद यानी मेरी मां का इंतक़ाल हो गया है उनके लिए कौन सा सदक़ा अफज़ल है सरकार ए अक़द्दस सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम ने फरमाया ⤵️


पानी बेहतरीन सदक़ा है जो हुजूर ने फरमाया हज़रत सअद रज़ि अल्लाहू अंहू ने कुआं खोदवाया और कहा यह कुआं सअद की मां के लिए है यानी इसका सवाब उनकी रूह को मिले


मगर याद रखें मोबाइल से फातिहा करने वाला रिवाज क़ाइम क़तई ना करें बुज़र्गाने दीन का जो तरीक़ा है वह इख्तियार करें


➡️ हवाला 📚 (निसाई अबू दाउद जिल्द 1 सफा 236)

📚 (मिशकवात शरीफ सफा 159)


मज़िद तफ्सिलात के लिए (मोबाइल फोन के ज़रूरी मसाइल) का मुताअला फरमाएं


✍🏻 अज़ क़लम हज़रत मौलाना मोहम्मद अशरफुल हक़ रज़वी दिनाजपुरी साहब क़िबला मद्दज़िल आली वन्नूरानी मुतअल्लिम ➡️ मदरसा मखदूमिया सेराजुल उलूम जाजमऊ कानपुर यूपी




✍🏻 हिंदी ट्रांसलेट मोहम्मद रिज़वानुल क़ादरी सेमरबारी (दुदही कुशीनगर उत्तर प्रदेश)

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