ग्रुप रज़ा कमेटी सेमरबारी दुदही कुशीनगर
सवाल
मकरूहे तहरीमी और मकरूहे तंजीही की तारीफ करें ❓
साईल वज़ीर आलम (तमकुही राज कुशीनगर)
जवाब
मकरूह तहरीमी उसे कहते हैं ⤵️
जिसकी मुमानअत दलीले ज़न्नी से लोज़ुमन साबित हो यह वाजिब का मुक़ाबिल है
मकरूहे तंजीही
वह अमल जिसे शरीअत ना पसंद रखे मगर अमल पर अज़ाब की वईद ना हो । यह सुन्नते गैर मुअक़्क़ीदा के मुक़ाबिल है
📚 (बहारे शरीयत जिल्द 1 सफा 48)
✍🏻 अज़ क़लम मोहम्मद रिज़वानुल क़ादरी सेमरबारी (दुदही कुशीनगर उत्तर प्रदेश)
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