सवाल अगर किसी ने वुज़ू करने के बाद झूठ बोला, किसी की गीबत की या किसी को गाली दी तो क्या उससे वुज़ू टूट जाता है
जवाब पहली बात तो गाली देना झूठ बोलना गीबत करना हराम यानी बहुत बड़ा गुनाह है गाली देने वाला फौरन तौबा करे रहा सवाल वुज़ू टूटेगा के नहीं तो उसका वुज़ू बाकी रहता है और अगर उस वुज़ू से नमाज़ पढ़ ले तो नमाज़ हो जायेगी लेकिन उस नमाज़ की मुकम्मल रुहानियत और कामिल अज्रो सवाब और बरकत न होगी लिहाज़ा अफ्ज़ल और मुस्तहब ये है के दुबारा ताज़ा वुजू कर के नमाज़ पढ़े और अगर चाहते हैं के उन गुनाहों का असर और नहूस्त पूरी तरह खत्म हो जाए तो सिद्क़ दिल से अल्लाह तआला के हुज़ूर तौबा करे
📗 मख़्ज़ने मालूमात, सफ़ह 109,
कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश
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