जमादिउल आखिर को माहे अबू बक़र सिद्दीक़ कहना कैसा

सवाल जमादिउल आखिर को कुछ लोग माहे अबू बक़र सिद्दीक़ कहते हैं तो ये क्यूं कहते हैं क्या वजह है

जवाब ह़ज़रत अबू बक़र सिद्दीक़ रज़ियल्लाहु तआला अन्ह की वफात की तारीख़ 22 जमादिउल आखिर शबे मंगल 13 हिज्री में मगरिब व इशा के दरमियान मदीना मुनव्वरा में हुई है, और हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के पहलू में मदफून हुए

📚तारीख़े करबला सफह 84

लिहाज़ा इसीलिए बाज़ लोग इस माह को माहे अबू बक़र सिद्दीक़ रज़ियल्लाहु तआला अन्हु, कहते हैं,

कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश

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