सवाल एक सवाल है कि नमाज़ में आसतीन अगर उलटी हो तो नमाज़ हुई या नहीं अगर हुई तो कैसी जवाब इनायत करें?
जवाब अगर आसतीन को आधी कलाई से ज़्यादा मोड़ा था तो ऐसे में नमाज़ मकरुहे तह़रीमी हुई इस का दुबारा अदा करना वाजिब है- जैसा के हुज़ूर सदरुश्शरीह ह़ज़रत मौलाना अमजद अली आज़मी साहब रहमतुल्लाहि तआला अलैह फरमाते हैं के कोई आसतीन आधी कलाई से ज़्यादा चढ़ी हुई या दामन समेटे नमाज़ पढ़ना मकरुहे तह़रीमी है ख़्वाह पेशतर से चढ़ी हो या नमाज़ में चढ़ाई इन सूरतों में नमाज़ मकरुहे तह़रीमी होगी
📚बहारे शरीयत जिल्द 1 हिस्सा 3 मकरुहात का बयान सफह 624
📚फतावा रज़वियह शरीफ किताबुस्सलात जिल्द 7 सफह 380
अज़ क़लम 🌹 खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)