सवाल
मुहर्रम शरीफ में दस रोज़ तक करबला वालों की याद में सोगवार रहना सोग मनाना शरअन कैसा है ?
जवाब
आला हजरत फरमाते हैं मुहर्रम शरीफ में दस रोज़ तक सोगवार रहना मम्नूअ व नाजाईज है
📙 फतावा रजविया जदीद जिल्द 24)
मजीद आला हज़रत फरमाते हैं शरीअत ने औरत को शौहर की मौत पर चार महीने दस दिन सोग का हुक्म दिया है। औरों की मौत के तीसरे दिन तक इजाजत दी है। बाकी हराम है और हर साल सोग की तजदीद तो किसी के लिए असलन हलाल नहीं।
📕 (फतावा रजविय्या शरीफ जदीद जिल्द 24 सफा 495)
✍🏻 अज़ क़लम 🌹 खाकसार ना चीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)
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