सवाल
अस्सालामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहू क्या फरमाते है उलेमा ए एकराम व मुफ्तीयान एज़ाम इस मसले के बारे में कि बड़ा जानवर खरीदने के बाद दूसरों को उस मे शरीक़ करना कैसा है बराए करम जवाब इनायत फरमाए एैन नवाजिश होगी फक़्त वस्सालाम
साइल मोहम्मद आलम खां बहराइच शरीफ
अल जवाब बिऔनिल मुल्किल अल वहाब
कुर्बानी के लिए गाय खरीदी फिर उस मे छ शख्सो को शरीक़ कर लिया तो सब की कुर्बानियां हो जाएंगी मगर एैसा करना मकरूह है हा अगर खरीदने ही के वक्त उसका ये इरादा था कि उसमें दुसरों को शरीक़ करूंगा तो मकरूह नही और अगर खरीदने से पहले ही शिरकत की नियत कर ली जाए तो ये सब से बेहतर और अगर गैर मालिक ए निसाब ने गाय खरीदी तो खरीदने से ही उस पर गाय की कुर्बानी वाज़िब हो गई अब वो दुसरों को शरीक़ नही कर सकता
ब हवाला फतावा हिंदिया ज़िल्द 05 सफ्ह नः 304
✍🏻 अज़ क़लम 🌹 खाकसार ना चीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)
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