काफिरों के इस्ति माल शुदा स्वेटर वगैरा
कुफ्फार के मुमालिक से दरआमद किये हुए (IMPORTED) इस्ति'माल शुदा स्वेटर (SWEATER) जुराबें, कालीन (CARPET)
और दीगर पुराने कपड़े कि जब तक इन पर नजासत का असर जाहिर न हो पाक हैं बिगैर धोए नमाज़ में इस्ति'माल करने में हरज नहीं अलबत्ता पाक कर लेना मुनासिब है सदरुश्शरीअह, बदरुत्तरीक़ह हज़रते अल्लामा मौलाना मुफ्ती मुहम्मद अमजद अली आ'ज़मी बहारे शरीअत हिस्सा 2 सफ़हा 1127 पर फ़रमाते हैं : फ़ासिकों के इस्ति'माली कपड़े जिनका नजिस होना मा'लूम न हो पाक समझे जाएंगे मगर बे नमाज़ी के पाजामे वगैरा में एहतियात येही है कि रूमाली पाक कर ली जाए कि अक्सर बे नमाज़ी पेशाब कर के वैसे ही पाजामा बांध लेते हैं और कुफ्फार के इन कपड़ों के पाक कर लेने में तो बहुत ख़याल करना चाहिये
(बहारे शरीअत, हिस्सा : 2, स. 127)
📚कपड़े पाक करने का तरीका सफ़ा नः 36 / 37
✍🏻 अज़ क़लम 🌹 खाकसार ना चीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)
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