देवबंदी का पैसा मस्जिद या मदरसा में लगाना कैसा है

 



सवाल


क्या फरमाते हैं उलमा ए दिन व मुफ्तियाने शरअ मतिन मसअला जे़ल में की देवबंदी वहाबी का पैसा मदरसे में लगा सकते हैं ?


साईल मोहम्मद हस्सान रज़ा निज़ामी कुशीनगर


जवाब


 अगर वह बतौरे एहसान दे या मस्जिद या मदरसे में कुछ उनका भी दखल होगा या इस बात का अंदेशा हो कि अनकी ताज़िम व तौकीर करनी पड़ेगी तो उनके पैसे को मस्जिद या मदरसे में लगाना तो दूर की बात है लेना ही जायज़ नहीं है, हां अगर वह नियाज़ मंदाना तौर पर दें और मस्जिद या मदरसे में उनकी कोई मदाखलत नहीं होगी तो कोई हर्ज नहीं लगा सकते हैं


 माखूज़ अज़ फतावा फिक़्ह मिल्लत जिल्द 02 सफा नः 170)


     वल्लाहो आलमो बिस्सवाब


✍🏼 अज़ क़लम हजरत मौलाना तौफीक़ अली साहब किब्ला महमूदपुर लूहता बनारस



✍🏻 हिंदी ट्रांसलेट मोहम्मद रिज़वानुल क़ादरी सेमरबारी (दुदही कुशीनगर उत्तर प्रदेश)

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