गुस्ल करते समय कलाम व दुआ पढ़ना कैसा है❓


सवाल गुस्ल करते समय कलाम व दुआ पढ़ना कैसा है❓

जवाब मना है गुस्ल की इब्तिदा बिस्मिल्लाह से करना चाहिए लेकिन गुस्ल करते समय कोई कलमा दुरूद दुआ वगैर नहीं पढ़ना चाहिए की मना है और खिलाफ ए सुन्नत है क्यूंकि उस समय सतर भी छुपा नहीं रहता और वह जगह भी नजासत व माए मुस्तामल वाली गई हुजूर सदरुश शरिया फरमाते है (गुस्ल में सुन्नत यह है की) किसी किस्म कलाम न करे न कोई दुआ पढ़े

📚 (बहरे शरियत ब हवाला फतवा फकिहा मिल्लत जिल्द 01 सफह 69 )

कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश

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