तक़दीर का बयान



सवाल तक़दीर किसे कहते हैं ?

जवाब दुनियां में जो कुछ होता है और बन्दे जो कुछ भलाई बुराई करते हैं खुदा ए तआला ने उसे अपने इल्म के मुवाफ़ीक़ पहले से लिख लिया है उसे तक़दीर कहते हैं

सवाल क्या अल्लाह तआला ने जैसा हमारी तकदीर में लिख दिया है हमें मजबूरन वैसा करना पड़ता है ?

जवाब नहीं अल्लाह तआला के लिख देने से हमें मजबूरन वैसा करना नहीं पड़ता है बल्के हम जैसा करने वाले थे अल्लाह तआला ने अपने इल्म से वैसा लिख दिया अगर किसी की तकदीर में बुराई लिखी तो इस लिए कि वह बुराई करने वाला था अगर वो भलाई करने वाला होता तो खुदा ए तआला उसकी तकदीर में भलाई लिखता खुलासा यह कि खुदा ए तआला के लिख देने से बन्दा किसी काम के करने पर मजबूर नहीं किया गया। तकदीर हक है उसका इन्कार करने वाला गुमराह व बदमज़हब है
📚शरह फ़िक़हे अकबर 📚बहारे शरीअत 📗अनवारे शरीअत पेज़ 13--14)
कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश

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