क्या दफन के बाद नमाज़े जनाज़ा पढ़ सकते हैं

सवाल हमारे यहाँ एक बच्ची का इंतिक़ाल हो गया बगैर नमाज़े जनाज़ा पढ़े उसको दफ़न कर दिए तो क्या दफन के बाद नमाज़े जनाज़ा पढ़ सकते हैं जवाब इनायत करें?

जवाब जब तक लाश फट जाने का गुमान गालिब न हो उस वक़्त तक उसकी क़ब्र पर नमाज़ अदा करने का हुक्म है जैसा के हुज़ूर सदरुश्शरिअह तह़रीर फरमाते हैं के उमूमन अमवात की लाशें तीन दिन या दस दिन या कमो बेश में फट जाती हैं इसी वजह से अगर मय्यत बगैर नमाज़े जनाज़ा पढ़े दफन कर दी गई हो तो जबतक उसके फट जाने का गालिब गुमान न हो कब्र पर नमाज़ पढ़ने का फुक़्हा हुक्म देते हैं

📚फतावा अम्जदिया जिल्द 01 सफह नः 326

अज़ क़लम 🌹 खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)

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