मसला क़ुर्बानी के जानवर 3 क़िस्म के है
01 ऊँट
02 गाय
03 बकरी
हर क़िस्म में उसकी जितनी नौ’न हैं सब दाखिल हैं नर व मादा ख़ासी और गैर ए ख़ासी सब का एक हुक्म है यानि सब की क़ुर्बानी हो सकती है
मसला भैंस गाये में शुमार है उसकी भी क़ुर्बानी हो सकती है भेड़ और दूंबह बकरी में दाखिल हैं उनकी भी क़ुर्बानी हो सकती है
मसला वहशी (जंगली) जानवर जैसे नील गाये और हिरन इनकी क़ुर्बानी नहीं हो सकती
मसला मुर्गी की क़ुर्बानी जाएज़ नहीं
फ़तावा रज़विय्यह जिल्द 8 सफह 530
✍🏻 अज़ क़लम 🌹 खाकसार ना चीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)
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