पाक और नपाक कपड़ा एक साथ धोना कैसा



 ✿➺ सुवाल


ऑटोमॅटिक वॉशिंग मशीन मे पाक और नापाक कपड़े एक साथ धोना कैसा, जबकि वो मशीन तीन बार पानी लेकर धोती है एक बार धोकर फिर स्पिन करती है इसी तरह दो बार?


❀➺ जवाब


अगर मशीन मे सारे कपड़े पाक हैं, कोई नापाक कपड़ा उसमे शामिल नही तो हर्ज नही कपड़े पाक हो जाएँगे, और अगर पाक नापाक मिक्स है तो, चाहिए ये की पहले नापाक कपड़ो को अलग करके साफ पानी से पाक करे यानी, जो गंदगी की जगह है उसे साफ करके धोए, वरना नापाक और पाक मिक्स करके पानी मे डालने से सारे कपड़े नापाक हो जाएँगे, और ऐसा करना गुनाह है, खवातीन के लिए ये मसअला बहौत गौर करने का है और घरो मे अक्सर औरते इससे गफिल होती हैं, याद रखे की मशीन हो या बाल्टी अगर उसमे नापाक कपड़े डाल कर पानी भर दिया और उसी पानी मे फिर पाक कपड़े भी मिला दिए तो ऐसा करने वाला/वाली गुनाहगार होगा/होगी की पाक चीज़ को बिला वजह नापाक करना हराम है।


आला हज़रत, इमाम ए इश्क व महब्बत, शाह इमाम अहमद रज़ा हनफी कादरी बरेलवी अ़लैहिर्रहमह फतावा रज़वीय्या जिल्द:1, सफा:792 पर फरमाते हैं "बिला ज़रूरत पाक शै(चीज़) को नापाक करना नाजाइज़ व गुनाह है

और फतावा रज़वीय्या जिल्द:4, सफा:585 पर फरमाते हैं जिस्म या लिबास बिला ज़रूरत ए शिरय्या नापाक करना और ये हराम है”


◉☞ लिहाज़ा पूछी गई सूरत मे मशीन या किसी भी चीज़ मे पाक या नापाक कपड़े एक साथ भिगा देना गुनाह है, चाहिए ये की पहले नापाक कपड़ो को अलग करके साफ पानी से पाक करे, यानी जो गंदगी की जगह है उसे साफ करके धोए, वरना बाल्टी मे सिर्फ़ नापाक कपड़े डाल कर नल खोल दे, या मशीन मे सिर्फ़ नापाक कपड़े पहले डाले और उपर से मशीन में पानी भरे, और नीचे से पाइप खोल दिया जाए और पानी बहने दे. (फिर चाहै तो हाथ से भी माल ले) जब यक़ीन हो जाए की अब नापाकी छट चकी होगी और नापाक पानी भी मशीन से निकल गया तो अब पाक कपड़े उस मे डाल कर अपने रिवाज़ के मताबिक़ धो सकते हैं. अब रहा ये की अगर किसी ने दोनो तरह के कपड़े (पाक और नापाक) एक साथ मशीन मे डाल दिए तो सब नापाक हो गये ? और मशीन के 3 पानी निकालने का एतबार नही मगर जब उन कपड़ो का अलग अलग टंकी मे पानी निकाला जाता है तो वो पाक हो जाते हैं, और टंकी मे पानी निकालते वक़्त 3 बार धो कर निचोड़ना शर्त नही है


जैसा की, फ़क़ीह ए इस्लाम, काज़ी ए मिल्लत, मुफ़्ती ए उम्मत, नायब ए मालिक ए जन्नत, सद्र उस शरीया हज़रत अल्लामह मौलाना अल-हाज, अल हाफ़िज़ अल-मुफ़्ती मुहम्मद अमजद अली आज़मी फतावा अमजदिया जिल्द:1, सफा:35 पर लिखते हैं (3 बार धोने और निचोड़ने का) हुक्म उस वक़्त जब थोड़े पानी मे धोया हो, और अगर हॉज़ ए कबीर मे धोया हो, या (नल, पाइप, लोटे वग़ैरह के ज़रिए)बहूत सा पानी उस पर बहाया, या बहते पानी मे धोया तो निचोड़ने की शर्त नही

☝🏻खुलासा ए कलाम:➦

ये है की पाक नापाक कपड़े एक साथ मशीन मे धोने वाली औरत गुनहगार है, उस पर अब तक ऐसा करने की वजह से तोबा करना ज़रूरी है, और आइन्दा ऐसा ना करना का ख्याल रखे, और नापाक कपड़ो का पानी पहले निकाल ले और पाक कर ले फिर मिक्स करे, और अगर मिक्स कर दिए तो सब नापाक हो जाएँगे, और बाद मे जब टंकी से एक एक कपड़े का सही से पानी निकाला जाएगा तो सब वन बाइ वन पाक होते रहेंगे


📚ह़वाला पर्दादारी, सफा नं.42

     

✒️मौलाना अब्दुल लतीफ न‌ईमी रज़वी क़ादरी बड़ा रहुवा बायसी पूर्णियाँ बिहार

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