कुरआन मजीद मे कितने फरिश्तों का नाम आया है ?
अस्सालामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
क्या फरमातें है उलमाए एकराम व मुफ्तियान ए एजा़म मसअला के बारे में कि कुरआन पाक मे कितने फरिश्तों का नाम आया है बहवाला जवाब इनायत फरमाएं मेहरबानी होगी आपकी फक्त वस्सालाम
साइल> मोहम्मद ताहिरुल क़ादरी औरंगाबाद
व अलैकुम अस्सालाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
अल जवाब अल्ला हुम्मा हिदायतु अलहक़ बिस्सावाब
कुरआन मजीद मे सिर्फ (12) फरिश्तों के नाम वारिद हैं वो हस्ब जे़ल हैं (01) हज़रत जिब्रील (02) हज़रत मिकाइल जिनका नाम बार बार आया है (03) हज़रत हारुत (04) हज़रत मारुत हज़रत सैय्यदना अली मुर्तजा ने फरमाया कि ये आसमानी फरिश्तों मे से दो फरिश्ते हैं (05) अल रअदिया भी एक फरिश्ते का नाम है जो तस्बीह व ज़िक्र इलाही मे मशगूल रहता है और अब्र पर हुक्मरानी करता है (06) बर्क़ इब्न हातिम ने बहवाला मुस्लिम रवायत की है कि ये एक फरिश्ते का नाम है जिसके चार मुंह हैं वज्ह इंसान वज्ह बेल वज्ह गिद्ध वज्ह शेर जिस वक्त वो अपनी दुम हिलाता है तो आंखों को खैरा कर देने वाली चमक होती जिसको बर्क़ कहते है (07) मालिक जो दोज़ख का दरोगा है (08) सजिल ये भी एक फरिश्ता है जो अमाल नामों पर मुअक्किल है हारुत व मारुत उन ही के उन्वान व मददगार थे (09) कै़द हज़रत मुजाहिद ने बयान किया है कि ये भी एक फरिश्ता है जो बुराइयों को लिखने पर मामूर है
इस तरह ये सब (09) फरिश्तें हुए जिनका कुरआन मजीद मे नाम आया है उनके अलावा तीन नामों मे उलमा व मुहक़्क़ीन का इख्तेलाफ़ है वो ये है
(10) जुलकरनैन इब्न अबी हातिम ने कई रवायतों मे साबित किया है कि ये भी मिंनजुम्ला फरिश्तों के एक फरिश्ता है (11) अल रुह हज़रत इब्न अब्बास रजी अल्लाह अन्हो से इब्न हातिम ने ये भी रवायत की है कि अल रुह भी एक फरिश्ता है जो तमाम फरिश्तों मे अज़ रूए ख़लकत जिस्म सब से बड़ा है (12) सकीना रागिब ने अपनी किताब मुफरेदात मे बयान किया है कि ये भी एक फरिश्ता है जो मोमिनो के दिलों को तस्कीन देता है और अमन अता करता है
(हवाला अलतक़ान जिल्द 02 सफा नः 180 _ बहवाला इस्लामी हैरतअंगेज मलुमात सफा नः 49/59)
वल्लाहो आलमु बिस्सवाब
कत्बा नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी खतीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हजरत मन्सूर शाह रहमातुल्ला अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जिला फतेहपुर उत्तर प्रदेश