मरहूमीन के नाम से अकी़का़ कराना कैसा


सवाल क्या किसी मरहूम जो इंतिक़ाल कर गए हों उनके नाम से अक़ीक़ा हो सकता है के नहीं जवाब इनायत करें?

जवाब मुर्दे की त़रफ़ से अक़ीक़ा नहीं हो सकता क्योंकि अक़ीक़ा बच्चे की पैदाइश की खुशी में शुकराने के तौर पर किया जाता है मुजद्दिदे आज़म सरकार आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खान बरेलवी अलैहिर्रहमतू वर्रिज़वान तह़रीर फरमाते हैं कि

मुर्दे का अक़ीक़ा नहीं कि वो शुक्रे विलादत है अगर सात दिन से पहले मर गया तो अभी अक़ीक़ा का वक़्त ही न आया था और अगर बाद को मरा तो अक़ीक़ा गया, उसी में दूसरे सफह पर है कि जो मर जाये किसी उम्र का हो उसका अक़ीक़ा नहीं हो सकता

📚 फतावा रज़वियह शरीफ़ जिल्द 08 सफह नः 547/546 📚 फतावा अम्जदिया जिल्द 03 सफह नः 336

अज़ क़लम 🌹 खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)

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