तरावीह में तीन रकाअत पढ़ा दे तो क्या हुक्म है

 


✎सुवाल

➤तरावीह की नमाज़ इमाम ने ग़लती से तीन रकाअत पढ़ाई तो सज्द ए सहव करने से दो रकाअत नमाज़ निफ्ल मानी जाएगी या नहीं ? 


✎जवाब

➤अगर दूसरी रकाअत पर नहीं बैठा था तो सज्द ए सहव करने के बावजूद दो रकाअत नमाज़ निफ्ल नहीं मानी जाएगी 


📚फ़तावा फैज़ुर्रसूल जिल्द 1 सफ़ह 381

✍🏻 अज़ क़लम 🌹 खाकसार ना चीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)

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