सुवाल हिन्दुस्तान में जो कोर्ट मैरिज यानी कोर्ट के ज़रिए शादी होती है शरीयत की निगाह में इसकी हक़ीक़त क्या है ?
जवाब हिन्दुस्तान में जो कोर्ट मैरिज राइज है इस से बिल्कुल निकाह नहीं होता इसलिए कि इसमें न ईजाबो क़ुबूल होता है न औरत मर्द के दीनो मज़हब का एतबार किया जाता है और न मुतल्लका व बेवाह की इद्दत गुज़रने का एतबार किया जाता है सिर्फ औरत और मर्द की दरख़्वास्त पर उनके मियाँ बीवी होने की सनद दे दी जाती है और इसी को निकाह समझा जाता है जिसका शरीयत के नज़दीक कोई एतबार नहीं
📚 फ़तावा फ़क़ीहि मिल्लत जिल्द 2 सफ़ह 35
अज़ क़लम 🌹 खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रज़ा रिज़वी खतीब व इमाम (सुन्नी मस्जिद हज़रत मनसूर शाह रहमतुल्लाह अलैह बस स्टॉप किशनपुर अल हिंद)
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