सवाल डॉक्टर ने कहा कि तुम्हारे अंदर ख़ून की ज़्यादती है, ख़ून निकलवा दो, मरीज़ या उसके अहले ख़ाना ने ऐसा न किया यहां तक कि मरीज़ मर गया, तो खुद मरीज़ या उसके घर वाले गुनाहगार होंगे या नहीं
अल जवाब डॉक्टर या तबीब (हकीम) के कहने पर मरीज़ या उसके अहले ख़ाना ने ख़ून न निकलवाया हत्ता कि मरीज़ इन्तेक़ाल कर गया तो गुनाहगार न होंगे क्योंकि यह यक़ीन नहीं के इलाज से शिफ़ा ही हो जाए
फ़तावा क़ाज़ी ख़ान में है
ولو ان رجل ظهريه داء فقال له الطبيب عليك الدم فاخر جه فلم يفعل حتى مات لا يكون اثماء لانه لم يقين ان شفاءه فيه
📘फ़तावा क़ाज़ी ख़ान जिल्द 3, सफ़ह 403)
और फ़कीहे आज़म हुज़ूर अल्लामा मुफ़्ती मुहम्मद अमजद अली आज़मी अलैहिर्रहमह फ़रमाते हैं
बीमारी के मुताल्लिक़ तबीब ने यह कहा के ख़ून का ग़ल्बा है, फ़सद वगैरह के ज़रिया से ख़ून निकाला जाए, मरीज़ ने ऐसा ना किया और मर गया उसके इलाज ना करने से गुनाहगार नहीं हुआ, क्योंकि यह यक़ीन नहीं है कि उस इलाज से शिफा ही हो जाए
📚 बहारे शरिअत, जिल्द 3 सफ़ह 506, पुराना ऐडीशन)
📔 औरतों के जदीद और अहम मसाइल सफ़ह. 139)
कत्बा अल अब्द खाकसार नाचीज़ मोहम्मद शफीक़ रजा़ रज़वी ख़तीब व इमाम सुन्नी मस्जिद हज़रत मन्सूर शाह रहमतुल्लाह अलैहि बस स्टैंड किशनपुर जि़ला फतेहपुर उत्तर प्रदेश
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